कौवे और मैंना की कहानी - अच्छी अच्छी कहानी , Moral Stories 2022

कौवे और मैंना की कहानी  - अच्छी अच्छी कहानी , Moral Stories 2022 



बच्चों की कहानियां (प्रसिद्ध बच्चों की कहानियां) - do bakriyon ki kahani बच्चों की कहानियां बेहतरीन मनोरंजन प्रेरणादायक बच्चों की कहानी. Bacchon ki kahani Hindi story  for kids (नई कहानी के साथ) ।

अच्छी-अच्छी कहानी हिंदी में नई कहानियां बच्चों के लिए। मनोरंजक ही नहीं बल्कि नैतिकता का पाठ भी पढती है।  Kauwa aur Maina ki kahani. Sone ka gobar Dene wali gai. स्कूल का पहला दिन यह बच्चों की कहानियां आपको जरूर पसंद आएगी :– 

Bacchon ki kahaniyan (यह बच्चों की कहानियां आपको जरूर पसंद आएगी। 

कौवे और मैंना की कहानी। सच्ची घटना पर आधारित कहानी। अच्छी अच्छी कहानी


अच्छी अच्छी कहानी
अच्छी अच्छी कहानी

एक बार की बात है एक गांव में जाड़े का मौसम था देर शाम सूरज ढल रहा था आसमान नारंगी कलर का था। वह गांव के किनारे में एक घना जंगल था जंगल में हरे भरे खूबसूरत फल वाले अनेकों वृक्ष थे । एक पेड़ के ऊपर काले काले कौवे बैठे हुए थे जो कि गांव चिल्लाते जा रहे थे पूरे जंगलों में कव्वे शोर मचा रहे थे और एक दूसरे से झगड़ा कर रहे थे तभी एक मैना वहां उड़ते हुए आई और उसी पेड़ की डाली में बैठ गई। 


Kauwa aur Maina ki kahani.
Kauwa aur Maina ki kahani

Moral Story - बच्चों की कहानियां, कौवा और मैना की कहानी


जैसी वह पेड़ की शाखा पर बैठी सारे कमरों की नजर उस पर पड़ी सारे कव्वे में उस पर टूट पड़े। नैना ने उन सारे कमरों से कहा आज बादल बहुत है अंधेरा इसलिए जल्दी हो गया है मैं अपना घोंसला भूल गई हूं मुझे आज रात यहीं इसी पेड़ में बैठने दो। तब एक कवि ने कहा यहां से तू जल्दी भाग जा। तब मैंने कहा यहां सारे पेड़ ईश्वर ने बनाए हैं इसलिए यहां के सारे पेड़ों पर अधिकार ईश्वर का है अगर ऐसे मौसम में कहीं पानी गिर गया यह ओले गिर गए तो ईश्वर ही हमें उन सब से बचाएंगे। तब तो मैंने कहा नहीं तू यहां से निकल तब मैं नै मैना उधार भाव से कहा मैं तुम लोगों की छोटी बहन समान हूं, मुझे यहां रहने दो तब उन्होंने कहा हमें नहीं चाहिए तुम्हारी जैसी बहन। 


Kauwa aur Maina ki kahani.
Kauwa aur Maina ki kahani


तू बहुत ज्यादा ही ईश्वर का नाम लेती है तो तू ईश्वर के भरोसे यहां से चले ही क्यों नहीं जाती। अगर तू यहां से नहीं जाएगी तो हम सब मिलकर तुझे मार देंगे। तब सारे कम में मिलकर उस पर झपट पड़े वह डर के मारे वहां से उड़ गई तभी तेज वर्षा होने लगी बिजली कड़कने लगी तभी वह मैना को पास में एक आम का पेड़ मिला वह वहां जाकर बैठ गई उस पेड़ में काफी सारे आम फले हुए थे बिजली तेज कड़कने लगी पानी तेज हो गया। पानी तो गिर ही रहा था अब तेज ओले भी गिरने लगे बड़े-बड़े ओले गिरने लगे जिस पेड़ में थे। जिस पेड़ पर वह सारे कौवे बैठे हुए थे उस पेड़ पर ओले गिरने से सारे कामों को चोट लगी कुछ कौवा मर गए कुछ कम हुए घायल होकर जमीन में अधूरे पड़े हुए थे । 

Crow And Swan Story - बच्चों की कहानियां । Hindi Moral Story


लेकिन वही मैंने जो कि ईश्वर पर विश्वास रखती थी उसके साथ ऐसा कुछ नहीं हुआ वह जिस पेड़ पर बैठी थी उसकी एक टहनी टूट कर नीचे गिर गई जिससे कि जमीन में एक घंट हो गया और एक गुफा बन गया जहां पर वह मैना जाकर छुप गई। अगले दिन की सुबह हुई मैंना ने सबसे पहले उठकर भगवान को प्रणाम किया और वह वहां से उड़ गई। घायल कवे मैना को उड़ते हुए देखकर उससे पूछो मैंना बहन तुम कहां थी इतने ओले गिरे तुम्हें कुछ नहीं हुआ तब मैना ने कहा मैं आम के पेड़ पर अकेली बैठी रही और भगवान से प्रार्थना करती रही उन्होंने ही मुझे बचाया।

कौवा और मैना की कहानी अब हम यूट्यूब से भी सुन लेते है 



कौवा और मैना की कहानी और अच्छी अच्छी कहानी  और मोरल स्टोरी इन हिंदी यूट्यूब से भी सुन सकते हैं । MORAL STORY IN HINDI 

निष्कर्ष :- 

तो दोस्तों हमें इस कहानी से यह सीख मिलती है कि मुसीबत में विपत्ति में जो भी ईश्वर पर विश्वास रखता है ईश्वर उसकी अवश्य रक्षा करता है और उसे सारी परेशानियों से मुक्त करता है। बच्चों की कहानियां (प्रसिद्ध बच्चों की कहानियां) - do bakriyon ki kahani हम आशा करते हैं कि आपको हमारा Kauwa aur Maina ki kahani. पसंद आई होगी।कौवा और मैना की कहानी 

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