Bacchon Ki Kahani – सिंड्रेला की कहानी और पारी की कहानी

सिंड्रेला की कहानी - Bacchon Ki Kahani , परियों की कहानी



आज की सिंड्रेला की कहानी , परियों की कहानी और bacchon ki kahani मे आज हम जादुई परियों की कहानी पड़ेंगे । जादुई कहानी , परियों की रानी जो धरती पर आती है।


हमारे द्वारा आज की जादुई परियों की कहानी , परियों की कहानी जो आज आपको बताई जाएगी वह एक अंतरराष्ट्रीय प्रसिद्ध काव्य – कहानी है । जिसपर फिल्म निर्माता द्वारा कई फिल्में भी बनाई गई है ।


यह जादुई कहानीपरियों की रानीसिंड्रेला की कहानी है। तो चलिए अब हम परियों की कहानी और Bacchon Ki Kahani पड़ना शुरू करते है ।



Bacchon Ki Kahani ( परियों की कहानी ) – सिंड्रेला की कहानी , परियों की रानी 




परियों की कहानी
परियों की कहानी



बहुत साल पहले एक अति सुंदर और दयालु लड़की थी, जिसका नाम था सिंड्रेला । उसकी मां का निधन बचपन में ही हो गया था। 


कम उम्र से ही  सिंडला को अपने पिताजी और अपने सौतेली बहनों का ख्याल रखना पड़ा क्योंकि उसकी मां असल में उसके पिता की दूसरी पत्नी थी सिंड्रेला की बहने उसको बिल्कुल पसंद नहीं करते थे।


बड़े होने के बाद भी वे सिंडरेला को नौकरानी की तरह रखते थे और बुरा बर्ताव करते थे एक दिन सारे राज्य को एक महा जश्न के लिए राज महल में आमंत्रित दिया गया।


सिंड्रेला की कहानी
सिंड्रेला की कहानी


सिंड्रेला 17 वर्ष की हो चुकी थी और महाराज ने राज्य की सारी जवान लड़कियों को ग्रैंड बॉल के लिए बुलाया था। परंतु सिंड्रेला की सौतेली मां ने उसके जाने नहीं दिया और उल्टा उसके हाथ खुद को और अपने बेटियों को जश्न के लिए तैयार करवाया.


दिन भर उससे काम करवाया और अंत में उसके गाउन को फाड़ कर आग में डाल दिया ताकि वह जा ना सके फिर उसको घर पर अकेला छोड़ कर चले गए सिंडरला दुखी होकर रोने लगी वह हार मानने ही वाली थी जब एक परी देवी मां प्रकट हुई।


सिंड्रेला की कहानी
सिंड्रेला की कहानी


देवी मां: मेरी प्यारी सिंड्रेला मत रो मैं तुम्हें ग्रैंड बॉल पर भेजूंगी।

सिंड्रेला: पर मेरे पास तो पहनने के लिए कोई गाउन नहीं है और मेरी सौतेली मां और बहनों ने मुझे यहां अकेला छोड़ दिया है।

देवी मां: चिंता मत करो मेरी बच्ची थोड़ा सा विश्वास और जादू से सब ठीक हो जाएगा। डीप डीप पोपड़ी भू...।


परी देवी मां ने अपनी जादुई छड़ी को चलाया और सिंड्रेला के फटे पुराने कपड़े सुंदर गाउन में बदल गए फिर एक और लहर से सिंड्रेला के पैरों में चमकीले शीशे के जूते आ गए।


सिंड्रेला: वाओ यह काम तो बहुत सुंदर है परी मां पर राज महल तक पहुंचुगीं कैसे।



Pari Ki Kahani , जादुई परियों की कहानी – परियों की कहानियां ( Bacchon Ki Kahani )




परी देवी मां ने देखा कि कुछ 6 चूहे बाग में एक कद्दू के साथ खेल रहे थे उनकी और छड़ी घुमाई और बोली


देवी मां: डीप डीप पोपड़ी भू...।



तुरंत 4 चूहे चमकीले काले घोड़े में बदल गए और दो गाड़ी वालों में और कद्दू बन गया एक सुनहरी गाड़ी सिंड्रेला यह सब देख कर खुशी से झूम उठी राज महल की ओर निकलने से पहले परी देवी मां ने बोला।


सिंड्रेला की कहानी
सिंड्रेला की कहानी 


देवी मां: ओ सिंड्रेला यह जादू रात के 12:00 बजे तक ही रहेगा तुम्हें उससे पहले घर वापस लौटना पड़ेगा।

सिंड्रेला: ठीक है बहुत-बहुत शुक्रिया परी मां।


जब सिंड्रेला राज महल में प्रवेश हुई तो सब लोग उसकी सुंदरता पर फिदा हो गए पर किसी ने भी उसको पहचाना नहीं बल्कि उसकी सौतेली मां और बहनों ने भी नहीं सुंदर राजकुमार को सिंड्रेला को देखते ही उससे प्यार हो गया उसके पास गया और उससे पूछा क्या तुम मेरे साथ डांस करोगी ।


सिंड्रेला: हां


अभी तक Bacchon Ki Kahani में  ( सिंड्रेला की कहानी ) परियों की कहानी कैसी लगी हमे कॉमेंट मे बताए। 


पूरा समय सिर्फ सिंड्रेला के साथ डांस किया सिंड्रेला राजकुमार के साथ इतनी खुश थी कि उसको समय का पता ही नहीं चला अचानक से उसको समय का याद आया और वह तुरंत घर की ओर वापस दौड़ निकली


सिंड्रेला : ओ नहीं मुझे जाना पड़ेगा।


परियों की कहानियां
परियों की कहानियां


भोली ‌सिंड्रेला राजमहल से वापस निकल पड़ी जल्दी में उसका शीशे का जूता निकल पड़ा और सिंड्रेला को उसको वापस उठाने का समय ही नहीं मिला 12 बस से ही वह घर पहुंच गई उसकी गाड़ी वापस कद्दू में बन गया और घोड़े वापस चूहों में और उसका गाउन फटे पुराने कपड़ों में।


उसकी सौतेली मां और बहन कुछ ही देर में घर लौट आए तीनों उस सुंदर लड़की के बारे में बातें कर रहे थे जो राजकुमार के साथ डांस कर रही थी राजकुमार को सिंड्रेला से प्यार हो चुका था और वह उसका नाम तक नहीं जानता था उसको सिंड्रेला की शीशे की जूती मिली।


राजकुमार: मैं उसको ढूंढ के रहूंगा जिस लड़की का पैर ये जूते में आएगा वहीं मेरी रानी बनेगी।



परियों की कहानी , Pari Ki Kahani – Bacchon Ki Kahani




अगले दिन राजकुमार और उसके सेवक लड़की की तलाश में निकल पड़े घर घर गए हर लड़की को उस जूती पहनाने के लिए लेकिन किसी का भी पैर नहीं आया अंत में राजकुमार सिंड्रेला के घर आया।


सिंड्रेला की छोटी बहन जोर जबरदस्ती से अपना पैर जूती में डालने की कोशिश किए पर हो ही नहीं पाया इस बीच सिंड्रेला की सौतेली मां ने उसको कमरे में बंद कर दिया था।


ताकि राजकुमार उसको देख ना सके सिंड्रेला तड़प के रोने लगी यह ना जानते हुए कि वह क्या करें अपने आप को बेहतर महसूस कराने के लिए सिंड्रेला गाना गाने लगी इसी दौरान अब राजकुमार ने हार मान ही ली।



bacchon ki kahani


जब अचानक से उसको सिंड्रेला की सुरीली आवाज सुनाई दी राजकुमार ने सौतेली मां से कहा क्या घर में कोई और बालिका भी है।


सौतेली मां ने बहुत कोशिश की राजकुमार को भेजने की पर राजकुमार ने अपने सैनिक को आदेश दीया घर की तलाशी करने के लिए। आखिर कार सिंडरेला को ढूंढ लाया गया और फिर जब उसने जूती को पहना तो उसे फिट आ गया । राजकुमार ने अपने प्यार को पहचान लिया था।


राजकुमार : सिंड्रेला क्या तुम मेरी रानी बनोगी , तुम दयालु और धैर्यवान हो।

सिंड्रेला: जी हा मेरे राजकुमार 


जादुई परियों की कहानी
जादुई परियों की कहानी


अंत में दोनों की शादी हो गई और दोनों ने खुशी खुशी अपना नया जीवन शुरू किया । सिंड्रेला ने अपने बहनों को भी माफ कर दिया। सिंड्रेला एक दयालु महारानी थी इस वजह से वह सारे प्रजा के दिलों में बसती थी




Pari Ki Kahani – परियों की कहानी ( सिंड्रेला की कहानी ) Youtube Video से






हम आशा करते हैं कि आपको हमारी आज की परियों की कहानी , परियों की कहानियां या फिर जादुई परियों की कहानी पसंद आई होगी । Pari Ki Kahani मे हमने आज सिंड्रेला की कहानी ( परियों की रानी ) की कहानी पढ़ी । इसे अपने प्रिय जनों के साथ अवश्य शेयर करें और उन्हें भी Bacchon Ki Kahani पढ़ने का मौका दे।

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