कमज़ोर लीवर का रामबाण इलाज क्या है

लिवर का रामबाण इलाज - Fatty Liver Ka Illaj , मिलेगा तुरंत छुटकारा  




लिवर का रामबाण इलाज या लिवर का रामबाण इलाज पतंजलि से के इस आर्टिकल मे आज हम आपको लिवर से जुड़ी समस्या एवं उनके समाधान के बारे में डॉक्टर और पतंजलि दोनो की ओर से जानकारी देंगे। Liver Ka Illaj और Liver Ka Rambaan Illaj जानेंगे। Fatty liver ka illaj 


लिवर का रामबाण इलाज
लिवर का रामबाण इलाज



Liver Ka Illaj - लीवर का रामबाण इलाज क्या है




फैटी लीवर रोग एक ऐसी स्थिति है जिसमें लीवर की कोशिकाओं में अतिरिक्त वसा जमा हो जाती है। इससे लीवर में सूजन और क्षति हो सकती है, जिसके परिणामस्वरूप अंततः लीवर फेल हो सकता है। आयुर्वेद, चिकित्सा की एक प्राचीन भारतीय प्रणाली, वसायुक्त यकृत रोग के उपचार के लिए कई प्राकृतिक उपचार प्रदान करती है। इस लेख में हम फैटी लिवर रोग के आयुर्वेदिक उपचार के बारे में संक्षेप में चर्चा करेंगे। 


✱ आहार: आयुर्वेद वसायुक्त यकृत रोग के उपचार के लिए ऐसे आहार की सलाह देता है जो वसा में कम और फाइबर में उच्च हो। आहार में भरपूर मात्रा में फल, सब्जियां, साबुत अनाज और फलियां शामिल होनी चाहिए। उच्च चीनी, परिष्कृत कार्बोहाइड्रेट और संतृप्त वसा वाले खाद्य पदार्थों से बचना चाहिए। जड़ी-


 बूटियाँ: ऐसी कई जड़ी-बूटियाँ हैं जिनका उपयोग वसायुक्त यकृत रोग के इलाज के लिए किया जा सकता है। सबसे प्रभावी जड़ी बूटियों में से कुछ में हल्दी, दूध थीस्ल और सिंहपर्णी शामिल हैं। इन जड़ी-बूटियों में सूजन-रोधी गुण होते हैं और ये लिवर की सूजन और क्षति को कम करने में मदद कर सकते हैं। 


 योग: योग व्यायाम का एक रूप है जो फैटी लिवर रोग के उपचार के लिए सहायक हो सकता है। योग तनाव को कम करने और विश्राम को बढ़ावा देने में मदद कर सकता है, जो लिवर के लिए फायदेमंद हो सकता है। कुछ योग मुद्राएँ, जैसे कोबरा मुद्रा और नाव मुद्रा, भी यकृत के कार्य को बेहतर बनाने में मदद कर सकती हैं। 


✱ मालिश: अभ्यंग, एक प्रकार की आयुर्वेदिक मालिश, वसायुक्त यकृत रोग के उपचार के लिए सहायक हो सकती है। इस मालिश में गर्म हर्बल तेलों का उपयोग शामिल है, जो लयबद्ध, गोलाकार गति में शरीर पर लगाए जाते हैं। यह परिसंचरण में सुधार करने और यकृत से विषाक्त पदार्थों को हटाने को बढ़ावा देने में मदद कर सकता है। 


✱ जीवनशैली में बदलाव: आहार, जड़ी-बूटियों, योग और मालिश के अलावा, जीवनशैली में कई बदलाव हैं जो फैटी लिवर रोग के इलाज में सहायक हो सकते हैं। इनमें नियमित व्यायाम करना, शराब और धूम्रपान से परहेज करना और तनाव का प्रबंधन करना शामिल है। 


अंत में, आयुर्वेद वसायुक्त यकृत रोग के उपचार के लिए कई प्राकृतिक उपचार प्रदान करता है। आहार, जड़ी-बूटियों, योग, मालिश और जीवन शैली में परिवर्तन का संयोजन सूजन को कम करने, यकृत के स्वास्थ्य को बढ़ावा देने और यकृत को और नुकसान से बचाने में मदद कर सकता है। किसी भी नए उपचार आहार को शुरू करने से पहले एक योग्य आयुर्वेदिक चिकित्सक से परामर्श करना महत्वपूर्ण है।


फैटी लीवर : फैटी लीवर एक मेडिकल कंडीशन है जिसमें मनुष्य के लीवर में धीरे धीरे फैट जमा होने लग जाता है। कई लोगों को पेट से संबंधित बीमारी जैसे कि गैस डायलिसिस की बीमारी फैटी लीवर की वजह से होती है।


आखिर हमारे लीवर में फैट/वसा कैसे आ जाता है? 


लीवर में फैट जमने का मुख्य कारण है ज्यादा शराब पीना, hepatitis B , hepatitis C नाम के वायरस से इंफेक्शन होता है जो लीवर को नुकसान पहुंचाता है, इनसे भी लीवर में चर्बी फैट या वसा जमा होता है।


 

वर्तमान दौर में फैटी लीवर होने का एक नया कारण उभर के सामने आ रहा है, यह हमारी लाइफ स्टाइल से रिलेटेड है आमतौर पर जो बीमारियां हमारे लाइफस्टाइल से संबंधित रहती है हाइपरटेंशन ( hypertension ), शुगर ,मोटापा है, यह सब हमारे ब्लड में जो हाई कोलेस्ट्रॉल होता है वह धीरे-धीरे करके हमारे लीवर में जमा होता है।


जिससे लीवर में अतिरिक्त फैट या बसा जमा हो जाता है और हमें फैटी लीवर की बीमारी हो जाती है। इस बीमारी को हम मेडिकल लैंग्वेज में non alcoholic fatty liver Disease (NAFLD) कहते हैं।


शराब से होने वाली फैटी लीवर को हम alcoholic fatty liver Disease  (AFLD) कहते है, और जो बिना शराब के हो उसे non alcoholic fatty liver Disease (NAFLD) कहते है। दोनों के कारण अलग-अलग है लेकिन जब दोनों का प्रभाव देखा जाता है तब वहां एक जैसा ही रहता है।




क्या फैटी लीवर शरीर के लिए नुकसानदायक है?


यह देखा गया है कि अधिकतर या अधिकांश मरीज जॉब शेट्टी लीवर की बीमारी से ग्रसित है उन्हें फैटी लीवर कोई नुकसान नहीं पहुंचाता, परंतु कुछ लोग 15 से 20 % लोगों में यह देखा गया है जो फैटी लीवर की कोशिकाओं में जमा है वह लीवर के cells सेल्स मे स्वेलिंग ( swelling ), inflammation इन्फ्लेमेशन करता है। इसको मेडिकल लैंग्वेज में (NASH) Non Alcoholic Steatohepatis कहते है।


Nash के कुछ मरीजों में फैटी लीवर की बीमारी हानिकारक और नुकसानदायक हो जाती है। Nash के मरीजों में लीवर में सूजन आने के कारण धीरे-धीरे लीवर मे रेशे पड़ने लगते है, जिसे मेडिकल लैंग्वेज में scarring कहते है। 


15 से 20 साल में जब पूरा लीवर scarred हो जाता है ( रैशो से भर जाता है ) खराब होने की समस्या आ जाती है या लीवर फेल हो जाता है। ऐसी परिस्थिति में कई बार लोगों को लिवर ट्रांसप्लांट करने की भी जरूरत पड़ जाती है। लेकिन मात्र 1% लोगों में कि यह समस्या लिवर ट्रांसप्लांट करने तक नहीं पहुंचती है। 


जैसे कि हमने आपको बताया फैटी लीवर की बीमारी आजकल एकदम कॉमन हो गई है , 30% लोगों में आमतौर पर non alcoholic fatty liver Disease (NAFLD) की और जिन व्यक्तियों को मोटापा है, हाई कॉलेस्ट्रॉल, हाई ब्लड प्रेशर, शुगर की बीमारी से ग्रसित है ऐसे मरीजों मे 60% को फैटी लीवर की बीमारी हो सकती है।



फैटी लीवर के लक्षण - Symptoms Of Fatty Liver




Liver Ka Illaj : शुरुआती दौर में फैटी लीवर के कोई लक्षण होते ही नहीं है, यह देखा गया है कि कुछ 10 – 15% लोगों में हाइट हैंड के तरफ के पेट stomatch मे भारीपन या ड्रेजिंग सेन्सेशन लग सकता है, जो इस बीमारी से हो सकता है। और कोई लक्षण शुरुआती दौर पर नजर नहीं आते।


फैटी लीवर के अधिकतर लक्षण आमतौर पर तब नजर आते हैं जब लिवर फेल होने की कगार पर पहुंच चुका होता है। इसलिए यह जरूरी है कि हम इस बीमारी की टेस्टों की सहायता से जांच शुरुआती दौर में ही करे जिससे कि उसका इलाज संभव हो और लिवर ट्रांसप्लांट करने की स्थिति ना आएं। 


आजकल हेल्थ चेकअप का जो सिलसिला चल रहा है कंपलीट बॉडी चैकअप जो हो रहा है उसमें अल्ट्रासोनिक ultrasonic किरणों के द्वारा फैटी लीवर पकड़ में आ जाता है। या जब हम किडनी में किडनी स्टोन का चेकअप करा रहे होते हैं तब अल्ट्रासोनिक किरणों के द्वारा भी फैटी लीवर पकड़ में आ जाता है।


फैटी लीवर जांच :– ब्लड टेस्ट जैसे की AZUT, AZPT , complete liver function test है। फैटी लीवर जांचने का एक और स्पेशल टेस्ट है जो सोनोग्राफी के ही जैसा होता है जिसे हम Fibroscan Test कहते है। लीवर में जो राक्षस पढ़ते हैं शुरुआती दौर में उसको भी यह पकड़ सकता है। 


अगर हमें शुरुआती दौर में यह पता चल गया कि लीवर मैं फैटी एसिड है , लीवर मे रेशे आ रहे है तो क्या इसका इलाज संभव है। जी हां इसका इलाज बिल्कुल संभव है। जैसे कि हमने आपको यह ऊपर बताया फैटी लीवर डिजीज एक लाइफस्टाइल डिसीज है जो हमारे खराब दिनचर्या की वजह से हमें हो जाती है। 


शुरुआती दौर में बीमारी का पता लग जाने के बाद हम जो बीमारी फैटी लीवर कोर्स कर रही है हम उन पर कंट्रोल कर सकते हैं जैसे कि मोटापा मोटापा की वजह से बहुत जल्द फैटी लिवर की बीमारी होती है तो हम अपने मोटापा को कंट्रोल कर सकते हैं। हाई कोलेस्ट्रॉल शुगर की बीमारी फैटी लीवर का कारण है तो हम इन दोनों को जड़ से खत्म तो नहीं कर सकते लेकिन उन्हें नियंत्रित कर सकते हैं। 




हमें फैटी लीवर को कंट्रोल करने के लिए बीपी शुगर ऐसी सब बीमारियों को नियंत्रित में रखकर हम फैटी लीवर को कंट्रोल कर सकते हैं और जिनको यह बीमारी थोड़ा बढ़ चुका है या हाईएस्ट स्टेज में पहुंच चुका है उसे हम रिवर्स भी कर सकते हैं। 


डॉक्टरों द्वारा आमतौर पर सेट इन लिवर पेशेंट या मरीजों को हेल्दी लाइफ़स्टाइल या हेल्दी वाकिंग की सलाह दी जाती है जिसमें हमें दिन में एक बार 30 मिनट के लिए तेज चलना होता है। ( नंगे पैर हो तो और ज्यादा लाभदायक ) हमें अपने खाने पीने में बदलाव लाना चाहिए ज्यादा तेल का तला हुआ मसालेदार पैकेट फूड आइटम , मिठाईयो से परहेज करना चाहिए। 


अंत में मैं यही कहना चाहूंगा कि फैटी लिवर डिजीज एक लाइफस्टाइल रिलेटेड बीमारी है जिसे हम अपनी लाइफ स्टाइल में सुधार करके इस बीमारी से बच सकते हैं और अगर आपको यह बीमारी हो चुकी है तो भी एलजी लाइफस्टाइल अपना के हम उस बीमारी को रिवर्स या खत्म कर सकते हैं। इस बीमारी से बचने के लिए कुछ दवाइयां बाजार में उपलब्ध तो है लेकिन उतने कारगर नहीं और उन सब दवाइयों को डॉक्टर के सलाह से ही लेना चाहिए।


लिवर का रामबाण इलाज के अलावा अन्य शारीरिक बीमारियां से संबंधित जानकारी 


: अन्य रचनाएं : 






Fatty Liver Home Remedies : फैटी लिवर के लिए घरेलू उपचार 



Fatty Liver Home Remedies : फैटी लिवर की परेशानी मनुष्य को तब होती है, जब उसके लिवर में जरूरत से ज्यादा फैट या वसा जमा हो जाता है। हम जानते हैं कि आप गंभीर समस्या से छुटकारा घरेलू उपचार के माध्यम से कैसे पा सकते है और जानते है आपके प्रश्न का उतार लीवर का रामबाण इलाज 



फैटी लिवर की वजहें : 



- ज्यादा शराब पीना

- मोटापा

- फैमिली हिस्ट्री

- डायबिटीज

- वसा से भरपूर खानपान और मसालेदार भोजन

- ब्लड में फैट का लेवल ज्यादा होना

- लंबे समय तक दवाइयों का सेवन

- वायरल हेपाटाइटिस



फैटी लिवर के घरेलू उपचार / घरेलू उपाय :



1. हल्दी 


हल्दी में एंटी- इंफ्लेमेटरी ( Anti Inflammatory ) और एंटी ऑक्सीडेंट ( Anti Oxcident ) गुण पाए जाते हैं, जो लिवर मे मौजूद सेल्स को डैमेज होने या खराब होने से बचाते है।


2. ग्रीन टी


लिवर जरूरत से ज्यादा खराब होने पर इंसान को हर समय घबराहट महसूस होती है। और उसे मतली / बेचैनी ( Nausea ) आती रहती है, तो ऐसे में ग्रीन टी पीना या ग्रीन टी का सेवन करना अत्यंत फायदेमंद साबित होता है।


3. करेला


करेले का कड़वा स्वाद जिसके कारण अधिकांश मनुष्य को यह खाना पसंद नही होता लेकिन, करेले के कड़वाहट लिवर पर सकारात्मक असर डालता है। फैटी लिवर से छुटकारा पाने के लिए आप रोजाना एक या आधा कप करेले की सब्जी खाएं या फिर करेले का जूस पिएं।


4. साबुत अनाज


साबुत अनाज फाइबर, रेशा युक्त बाहरी सतह और पोषकता से भरपूर बीज इसके अलावा दूसरे न्यूट्रिशन से भरपूर होते हैं। साबुत अनाज आसानी से पच भी जाता है। यह फैटी लीवर के नुकसान को भी रोकता है और आपके लीवर को स्वस्थ बनाए रखता है।


5. आंवला


आंवला में भरपूर मात्रा में एन्टीऑक्सिडेंट ( anti Oxcident ) और विटामिन सी ( vitamin C ) मौजूद होता है, जो लीवर फंक्शनिंग को दुरुस्त रखने का काम करता है। आंवले के रोजाना सेवन से लिवर में मौजूद हानिकारक तत्व शरीर से बाहर निकल जाते है। इस वजह से लिवर के मरीजों को डॉक्टर द्वारा आंवला खाने की सलाह दी जाती है और यह तरीका लीवर का रामबाण इलाज है 


6. नारियल पानी


अगर आप फैटी लिवर या लीवर की किसी भी समस्या से बहुत ज्यादा परेशान है, तब आपको नारियल पानी का प्रतिदिन सेवन करना अत्यंत फायदेमंद साबित होगा। प्राकृतिक नारियल पानी में एंटीऑक्सीडेंट और हेपेटोप्रोटेक्टिव ( Hepatoprotective ) गुण होता है, जो फैटी लिवर की समस्या को दूर करने में बहुत ही प्रभावी है। 



लिवर का रामबाण इलाज पतंजलि से - Liver Treatment By Patanjali 



जैसा की आप सब जानते हैं पतंजलि की नींव योग गुरु बाबा रामदेव ने रखी है। पतंजलि आयुर्वेद, एक भारतीय बहुराष्ट्रीय समूह की होल्डिंग कंपनी है, जो हरिद्वार, भारत में स्थित है। इसकी स्थापना 2006 में बाबा रामदेव और बालकृष्ण ने की थी। पतंजलि पूर्ण रूप से आयुर्वेदिक जड़ी बूटियों एवं प्राकृतिक वनस्पतियों से अपनी सामग्री बनाती है और सनातन संस्कृति मेजो वर्षों पहले से चले आ रहे नियम है उनका प्रचार करती है। 


लिवर का रामबाण इलाज पतंजलि के माध्यम से संभव है पतंजलि में ऐसे कई आयुर्वेदिक जड़ी बूटियों शेरगढ़ में दवाइयां एवं खाद्य सामग्री बनाई है जिससे लीवर की समस्या से छुटकारा पाया जा सकता है। 


बाबा रामदेव पतंजलि के अनुसार फैटी लीवर आमतौर पर वर्तमान स्थिति में हर मनुष्य में पाया जा सकता है क्योंकि लोगों की खानपान और जीवन जीने की शैली खराब हो चुकी है। मनुष्य शुद्ध चीजों को छोड़कर मिलावटी चीजों का ज्यादा सेवन करने लगा है इस कारण से तरह-तरह की बीमारियां मनुष्य शरीर को होने लग जाती है इसी में से एक है फैटी लीवर। 


योग गुरु बाबा रामदेव ने अपने एक कार्यक्रम के दौरान
फैटी लीवर से छुटकारा पाने का सबसे सरल बताया, जिसमें उन्होंने रोजाना गोमूत्र , गोधन अर्क, दिव्य सर्वकल्प क्वाथ का सेवन करने को कहा
इन चीजों के सेवन से फैटी लीवर 100% ठीक हो जाएगा। 


गोमूत्र , गोधन अर्क, दिव्य सर्वकल्प क्वाथ का सेवन से hepitites A , hepitites B, hepitites C, Liver Cirrhosis और लिवर से संबंधित अन्य बीमारियों को दूर कर सकते है। 


पतंजलि की अन्य कई औषधियां लीवर के इलाज के लिए आती है आप उनका भी सेवन कर सकते हैं और लिवर का रामबाण इलाज पतंजलि से कर सकते हैं।


लिवर का रामबाण इलाज – Youtube Video से जानते है




आप किस यूट्यूब वीडियो के माध्यम से भी लिवर का रामबाण इलाज और Fatty Liver Ka Illaj देख सकते है और अपनी बीमारी से छुटकारा पा सकते है। 


हम उम्मीद करते हैं की आपको लिवर का रामबाण इलाज या लिवर का रामबाण इलाज पतंजलि से पसंद आया होगा। हमने आपको Liver ka Illaj और Fatty Liver ka illaj से संबंधित सभी जानकारी विस्तार मे दी। इसे अवश्य शेयर करें


एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ

Sticky Ads Code Pease Here